बहुत तकलीफ होती है जब मोहब्बत नाकाम हो जाती है। एक छोटी सी नाकामी Hindi Shayari/Poetry - Dastak (दस्तक) के रूप में जिसे Deepak Pandey 'Alfaaz' बयां किया है।
दस्तक
Dastak By Deepak Pandey Alfaaz |
जाने किस दर्द की पनाह में,
मेरी जिंदगी गुजर रही है,
अब मुझे कुछ होश नहीं दोस्तों,
क्या गलत क्या सही है,
मैंने तो बस की है मोहब्बत उससे,
जाने वो कहां खो गई है,
अब तो इन निग़ाहों को इंतजार है उसका,
लगता है दरवाजे पे दस्तक हो रही है,