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Saturday, May 22, 2021

Mohabbat Mohabbat Bada Jante Ho

अपने शब्दों से, अपने लहज़े से बड़ा संजीदगी से तहज़ीब हाफ़ी (Tahzeeb Hafi) अपनी बात कहते हैं। उनकी रचना, मोहब्बत मोहब्बत बड़ा जानते हो (Mohabbat Mohabbat Bada Jante Ho) आपके लिए। 

Mohabbat Mohabbat Bada Jante Ho

Mohabbat Mohabbat Bada Jante Ho By Tazeeb Hafi
Mohabbat Mohabbat Bada Jante Ho By Tazeeb Hafi
तुम्हें हुस्न पर दस्तरस है,
मोहब्बत मोहब्बत बड़ा जानते हो,

तो फिर ये बताओ कि,
तुम उसकी आंखों के बारे में,
क्या जानते हो,

ये ज्योग्राफिया फ़लसफ़ा साइकोलाॅजी,
साइंस रियाज़ी वगैरह,
ये सब जानना भी अहम है,
मगर उसके घर का पता जानते हो,

Meaning

दस्तरस - पहुँच 
रियाज़ी - गणित की विद्या