जब हम कुछ कहना चाहते हैं और कह नहीं पाते या जिससे कहना वो सुनना नहीं चाहता तो गुस्सा आता है और उसी गुस्से को मैंने जज्बात और अलफ़ाज़ दिए हैं। दिल से लिखें Hindi Two Line Shayari जिसका नाम दिया है Ankahe Jajbaat Ep-1और Deepak Pandey 'Alfaaz' लिखा है।
Ankahe Jajbaat Ep-1
(1) गैर हमें देखने की,
बेचैन ज़िद किया करते हैं,
हमारे एक अपने को उसके अपनों से,
फुर्सत ही नहीं है,
(2) प्यार बस तुम्हारा था,
होश हमारा था,
फैसला तुम्हारा था,
फासला हमारा था,
तुमसे बेरुखी तुम्हारे जैसी,
हमसे आज तक नहीं होती,
रिश्ता बस तुम्हारा था,
और सारा दोष हमारा था,
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Ankahe Jajbaat By Deepak Pandey Alfaaz |
(3) नींद रात को अब मुझे,
अपने आगोश में नहीं लेती,
तनहाई तेरे खयालों से मुझे,
होश में आने नहीं देती,
नजरें नजरिया और मैं,
सब तब्दील हो गए हैं,
जिंदगी तुम्हारे बाद जिंदगी बनने का,
अब नाम नहीं लेती,
(4) हमारी फिक्र उन्हें,
बेड़ियां लगने लगी,
हमारे दिल की बगिया,
उन्हें क़ैद लगने लगी,
बड़ी मासूमियत से हमसे,
बेरुखी की उन्होनें,
आखिर कितनी मोहब्बत मांगते,
हमने भी कह दिया कि जाओ,