कहते हैं आँखें बहुत कुछ कहती हैं, बस समझने-समझने का हुनर है। आँखों की बातें जानने की एक कोशिश Deepak Pandey 'Alfaaz' नें की है, Hindi Shayari/Poetry - Aankhon Se (आँखों से) के माध्यम से।
आँखों से
Aankhon Se Bye Deepak Pandey Alfaaz |
तू कदम तो बढ़ा मैं ,
तेरे साथ चल दूं ;
आंखों से अपने दिल के ,
सारे राज़ कह दूं ;
मेरी खामोशी को समझ ,
ऐतबार तो कर ;
हाथों में हाथ दे दे ,
तुझे जान कह लूं ;
बाहों में कैद कर यूं ,
के आज़ाद फिर न कर ;
ख्वाबों में मेरे आजा ,
जैसे नदिया मिले सागर ;
तू दुआ है किसी की ,
किसी का सफर है तू ;
मेरा हमसफ़र तू बनजा ,
तुझे मुकाम कर लूं ;
तेरी वो नज़र अभी तक ,
भूला नहीं हूं मैं ;
पहरों तक जागा हूं ,
तुझमें ही खोया हूं मैं ;
यादों में पास है तू ,
हकीकत में दूर है ;
मेरी रूह में उतर जा ,
तुझे जिंदगी में कह लूं ;
लहरों से लड़के हम ,
दरिया के पार जाएं ;
एक दूसरे की खातिर ,
हम रास्ते बनाएं ;
मेरा चेहरा देखा तूने ,
कभी दिल पढ़ा नहीं ;
मिटादे फासलों को ,
तेरा इंतजार कर लूं ;
मेरा रब है साथ मेरे ,
तू भी साथ होजा ;
माथे पे हाथ फेर के ,
कह दे के यार सोजा ;
करले फना तू खुद में ,
ख्वाहिश है आखिरी ;
कहदे तलाश मुझको ,
इबादत तुझे मैं कह लूं