मोहब्बत में अधिकतर लड़के कसूरवार होते हैं, जबकि विज्ञान भी ये कहता है कि रिश्ते में ईमानदार ज्यादा लड़के ही होते हैं। मेरी रचना मैं लड़का हूँ (Main Ladka Hun) उन सभी लड़कों के लिए जो अपने रिश्ते मे ईमानदार रहे हैं जिसे Hindi Shayari/Hindi Poetry का रूप Deepak Pandey 'Alfaaz' नें दिया है।
मैं लड़का हूँ
Main Ladka Hun By Deepak Pandey Alfaaz |
जब
हम मोहब्बत करते हैं तो तुम्हारी Care करते
हैं,
और
Care करते-करते,
हम
कब Possessiveहो जाते हैं
पता ही नहीं चलता,
छींक
तुम्हें आती है तो बुखार
हमें आ जाता है,,
तुम
आंखें बंद कर लेते हो
यूं ही,
सरदर्द
हमें हो जाता है,
जब
हम Possessive हो जाते हैं,
तुम्हें
हमारी केयर एक बंधन लगने
लगती है,
जबकि
तुम्हें यह बात पता
नहीं लगती,
कि
वह तुम्हें बता रहा है तो उसने
कहीं महसूस किया होगा,
कहीं
ऐसा कुछ देखा होगी कहीं से सीखा होगा,
हमेशा
से तुम लड़कियां यही चाहती हो,
कि
तुम्हें ऐसा इंसान मिले,
जो
तुम्हारी केयर Care करें तुम्हारी Value करें,
लेकिन
जब कोई इंसान तुम्हारी Care करता है तुम्हारी value करता
है,
तो
वही इंसान तुम्हारे लिए सबसे ज्यादा बुरा हो जाता है
और आजकल
कि मोहब्बत में तुम मोहब्बत ही भूल जाते
हो,
तुम्हें
बंधन दिखाई देता है Care नहीं,
और
तुम एक फैसला कर
लेते हो,
कि
तुम्हें अब अलग रहना
है इस रिश्ते में
नहीं रहना है,
तुम्हें
हर वादे से हर इरादे
से दूर जाना है,
इस
खास इंसान से सारे रिश्ते
तोड़ देने हैं,
सारे
ख्वाबों को तोड़कर तुम
आगे कदम बढ़ा लेते हो,
और
नए रास्तों पर चलते चले
जाते हो,
और
वह शख्स उसी मोड़ पर तुम्हारा इंतजार
करते खड़ा रहता है,
कि
शायद… कि शायद तुम्हें
समझ आएगा और तुम,
वापस
लौट आओग पर वो भूल
जाता है,
कि
तुम गए हो कोई
नया आशियाना तलाश करोगे,
हमारा
हर बात हर वादे हर
नैतिकता से,
भरोसा
उठ जाता,
अपने
बिखरे टुकड़ों को समेटे हुए,
हम जिंदगी
जीने में लग जाते हैं,
तुम्हें
क़सूरवार नहीं कहते,
कोई
बद्दुआ नहीं देते,
तुम्हारा बुरा नहीं सोचते,
नींदों के तरस खाने का,
जाहिर तौर पर रो नहीं सकते,
अकेले वक्त मिलने का,
मेरे तमाम ख्वाबों को,
एक झटके में तोड़ जाने का,
मेरे सुलझे सवालों के,
उलझे जवाबों का,
सबब ढूंढता हूं,
मैं लड़का हूं,
अधूरी पाक चाहत की,
वजह ढूंढता हूं,