इस पूरी दुनिया में माँ (अम्मा) ऐसी व्यक्तित्व है, जिसके कुछ भी लिखना या पढ़ना हमेशा कम होता है। Hindi Shayari/Poetry - अम्मा (Amma) मेरी और आपकी माँ के चरणों में एक छोटी सी वंदना है, जिसे Deepak Pandey 'Alfaaz' ने लिखा है।
अम्मा
Amma By Deepak Pandey Alfaaz |
तेरा मैं कैसे करूं,
शुक्र अदा,
मेरी जिंदगी,
तेरी ही इनायत है,
हो खुदा चाहे हो खुदाई,
सब तेरे आगे,
अपना सर झुकाते हैं,
तू है एक ऐसी,
प्यार की मूरत,
जिसकी सूरत,
मैंने पाई है,
तू इस जहां में,
लाया मुझे बेमतलब,
मेरी दुनिया,
तूने ही सँवारी है,
जब लगी चोट कभी मुझे,
दर्द हुआ मुझसे ज्यादा तुझे,
खुद से पहले हर दफ़े,
तूने नाम मेरा लिया है,
हर गम हर तकलीफ़ में,
तूने मुझे सहारा दिया है,
तुझे पाके ज़िन्दगी,
गुलशन हुई मेरी,
मेरी जन्नत तो,
तेरे कदमों में ही है,
तू हर लम्हा,
रहे साथ मेरे,
इस दिल की,
यही ख्वाहिश है,
पूँछने पर,
तेरा कोई सवाल खुदा से,
खुद तुझे ही,
जवाब बताता है,
कर रहा हूँ कोशिश मैं,
कुछ लिखने की तेरे बारे में,
पर मेरा हर लफ्ज़,
बेअसर सा नजर आता है,
मिट जाए जहां,
समंदर की थकान 'दीपक',
वही तो,
अम्मा का आँचल होता है,